विवाह में आ रही हर बाधा को दूर करेंगें ये 5 उपाय
गुडलक गुरू निशा घई
अगर लड़की की उम्र
निकली जा रही है और सुयोग्य लड़का नहीं मिल रहा। रिश्ता बनता है फिर टूट जाता है । या
फिर शादी में अनावश्यक देरी हो रही हो तो कुछ छोटे-छोटे सिद्ध उपायों से इस दोष को
दूर किया जा सकता है।
अड़चनों को दूर करने के उपाय-
1-लड़की को गुरूवार का व्रत करना चाहिए। उस दिन
कोई पीली वस्तु का दान करें। दिन मेंन सोएं पूरे नियम संयम से रहे।
2- सावन के महीने में शिवजी को रोजाना बिल्व
पत्र चढाएं। बेल पत्र की संख्या 108 हो तो सबसे अच्छा परिणाम मिलता है।
3-शिवजी का पूजन कर
निर्माल्य का तिलक लगाएं तो भी जल्दी विवाह के योग बनते हैं।
4-गुरूवार के दिन प्रातःकाल नित्यकर्म से निवृत होकर हल्दी युक्त
रोटियां बनाकर प्रत्येक रोटी पर गुड़ रखें व उसको खिलाएं। 7 गुरू वार नियमित रूप से
यह विधि करने से शीघ्र विवाह होता है।
5-यदि कन्या की शादी में कोई रूकावट आ रही हो तो
पूजा वाले 5 नारियल लें। भगवान शिव की मूर्ति या फोटों के आगे रख कर ''उॅं श्रीं
वर प्रदाय श्री नमः मंत्र'' का पांच माला जाप करें। फिर वो पांचों नारियल शिव जी
के मंदिर में चढ़ा दें। विवाह की बाधायें अपने आप दूर होती जांएगीं।
मांगलिक योग का उपाय
1-अगर किसी का विवाह कुण्डली के मांगलिक योग के कारण नहीं हो पा रहा तो व्यक्ति को मंगलवार के दिन चण्डिका स्तोत्र का पाठ में मंगलवार के दिन तथा शनिवार के दिन सुन्दरकाण्ड पाठ करना चाहिए। इससे भी विवाह के मार्ग की बाधाओं में कमी होती है।
2- 5 छुआरे सिरहाने रख
कर सोना ,मंगलवार के दिन देवी मंदिर में लाल गुलाब का फूल चढाएं व पूजन करें एवं
मंगलवार का व्रत रखें। यह कार्य नौ मंगलवार तक करें। अंतिम मंगलवार को नौ कन्याओं
को भोजन करवाकर लाल वस्त्रों हल्दी एवं यथाशक्ति दक्षिणा दें।
http://www.instituteofpalmistry.com/astrology.aspx?ID=2
3-''कात्यानि महामाये महायोगिन्यधीश्वरि नं द गोपसु तं दे विपतिं
में कुरूने नमः।'' मां कात्यायनि देवी या पार्वती फोटो को सामने रखकर जो
कन्या पूजन कर इस कात्यानि मंगला का जाप प्रतिदिन करती है उस कन्या की विवाह बाधा
शीघ्र दूर होती है।
उपाय करते समय ध्यान में रखने योग्य बातें
-किसी भी उपाय को करते समय व्यक्ति के मन में यही विचार होना चाहिए कि वह जो भी उपाय कर रहा है वह ईश्वरीय कृपा से अवश्य ही शुभ फल देगा।
-सभी उपाय पूर्णतः सात्विक है तथा इनसे किसी के
अहित करने का विचार नहीं है।
-उपाय करते समय उपाय पर होने वाले व्ययों को
लेकर चिन्तित नहीं होना चाहिए।
-उपाय से संबन्धित गोपनियता रखना हितकारी होता
है।
-यह मान कर चलना चाहिए कि श्रद्धा व विश्वास से
सभी कामनाएं पूर्ण होती है।
निशा घई
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